कक्षा 10 विज्ञान क्विज़ - धातु एवं अधातु
                                  
अम्ल, क्षार एवं लवण: परिभाषाएं, सामान्य गुण एवं उपयोग, pH स्केल; दैनिक जीवन में pH महत्व, दैनिक जीवन में उपयोगी कुछ यौगिक: सोडियम क्लोराइड, सोडियम हाइड्रोक्साइड, विरंज चूर्ण, बेकिंग सोडा, धावन सोडा, प्लास्टर ऑफ पेरिस; साबुन एवं अपमार्जक ।
- टेस्ट में कुल प्रश्न =15
 -  अपना कुल स्कोर जानने के लिए सबसे अंतिम प्रश्न के नीचे एक बटन दिया है , उसे दबाएं।  
 - कोई ऋणात्मक  मार्किंग नहीं  है।
 
    
  
    अध्याय 3: धातु एवं अधातु MCQs | कक्षा 10 विज्ञान क्विज़
    
        कक्षा 10 विज्ञान अध्याय 3: "धातु एवं अधातु" के भौतिक और रासायनिक गुणों का अभ्यास करें। नीचे दिए गए मुख्य बिंदुओं के साथ MCQs तैयार करें।
    
    महत्वपूर्ण तथ्य
    तत्वों का वर्गीकरण
    तत्वों को दो मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है: धातु और अधातु।
    धातुओं के गुण
    
        - धातुएँ तन्य, आघातवर्ध्य, चमकीली, एवं ऊष्मा तथा विद्युत की सुचालक होती हैं।
 
        - पारद को छोड़कर, सभी धातुएँ कमरे के ताप पर ठोस होती हैं।
 
        - धातुएँ विद्युत धनात्मक तत्व हैं क्योंकि ये इलेक्ट्रॉन देकर धन आयन में परिवर्तित हो जाती हैं।
 
        - धातुएँ ऑक्सीजन के साथ क्षारकीय ऑक्साइड बनाती हैं।
 
        - ऐलुमिनियम ऑक्साइड और जिंक ऑक्साइड उभयधर्मी ऑक्साइड के गुण दर्शाते हैं।
 
        - धातुओं की जल और तनु अम्लों के साथ अभिक्रियाशीलता अलग-अलग होती है।
 
    
    सक्रियता श्रेणी
    अभिक्रियाशीलता के आधार पर धातुओं की अवरोही क्रम में सूची को सक्रियता श्रेणी कहते हैं।
    
        - हाइड्रोजन से ऊपर स्थित धातुएँ तनु अम्ल से हाइड्रोजन विस्थापित कर सकती हैं।
 
        - अधिक अभिक्रियाशील धातुएँ अपने से कम अभिक्रियाशील धातुओं को उनके लवण विलयन से विस्थापित कर सकती हैं।
 
    
    धातुओं की प्राप्ति
    धातुएँ प्रकृति में स्वतंत्र अवस्था या यौगिक के रूप में पाई जाती हैं।
    धातुकर्म
    अयस्क से धातु का निष्कर्षण और परिष्करण करके उसे उपयोगी बनाने की प्रक्रिया को धातुकर्म कहते हैं।
    मिश्रधातु
    दो या अधिक धातुओं अथवा धातु और अधातु के समांगी मिश्रण को मिश्रधातु कहते हैं।
    संक्षारण
    जब कुछ धातुएँ लंबे समय तक आर्द्र वायु के संपर्क में रहती हैं, तो उनकी सतह पर संक्षारण होता है। इसे संक्षारण कहते हैं।
    अधातुओं के गुणधर्म
    
        - अधातुएँ न तो आघातवर्ध्य होती हैं और न ही तन्य।
 
        - ग्रैफाइट को छोड़कर, अधातुएँ ऊष्मा और विद्युत की कुचालक होती हैं।
 
        - अधातुएँ विद्युत ऋणात्मक तत्व होती हैं और इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर ऋण आयन बनाती हैं।
 
        - अधातुओं के ऑक्साइड अम्लीय या उदासीन होते हैं।
 
        - अधातुएँ हाइड्रोजन के साथ हाइड्राइड बनाती हैं।
 
    
    MCQs से तैयारी करें
    यहाँ दिए गए धातु और अधातु के महत्वपूर्ण तथ्य आपकी परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन में मदद करेंगे। अधिक अभ्यास के लिए MCQs को हल करें।